राम, राम, राम, राम, राम, राम, रट रे ..
भव के फंद, करम बंध, पल में जाये कट रे ..
कुछ न संग ले के आये, कुछ न संग जाना .
दूर का सफ़र है, सिर पे बोझ क्यों बढ़ाना .
मत भटक इधर उधर, तू इक जगह सिमट रे ..
राम, राम, राम, राम, राम, राम, रट रे ..
राम को बिसार के, फिरे है मारा मारा .
तेरे हाथ नाव राम, पास है किनारा .
राम की शरण में जा, चरण से जा लिपट रे ..
राम, राम, राम, राम, राम, राम, रट रे ..
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