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शुक्रवार, मार्च 22, 2013

कीर्तन - आनन्दमयी माँ

MP3 Audio

या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता |
नमस्तस्यै नमस्तस्यै
नमस्तस्यै नमो नमः || || 5.73||  (दुर्गासप्तशती)

नमस्तेस्तु महारौद्रे महाघोरपराक्रमे ।
महाबले महोत्साहे महाभयविनाशिनि ॥
.. 16.. (दुर्गा कवच)

बोलो श्री श्री आनन्दमयी माँ की जय |
बोलो वृन्दावन  बिहारी लाल की जय ||

आनन्दमयी माँ | आनन्दमयी माँ ||
आनन्दमयी माँ | आनन्दमयी माँ ||

जय गुरु माँ । जय गुरु माँ ॥
कृपामयी दयामयी करुणामयी माँ ।
आनन्दमयी माँ | आनन्दमयी माँ ||

ब्रह्ममयी माँ  । आनन्दमयी माँ ॥



Youtube video with this bhajan (partial) as well as another bhajan in Ma's voice
https://www.youtube.com/watch?feature=player_embedded&v=bpQ6NKiby-o

बोलो माँ माँ माँ । माँ माँ माँ ।
डाको माँ माँ माँ। माँ माँ माँ ।
भजो माँ माँ माँ ।  माँ माँ माँ ।

जय गुरु जय गुरु जय गुरु माँ ।
बोलो माँ माँ माँ माँ । माँ माँ माँ माँ ।

हरिप्रिय माँ । भक्ति मयी माँ ॥
हरिप्रिय माँ । भक्ति प्रिय माँ ॥
आनन्दमयी माँ | आनन्दमयी माँ ||

जय गुरु, जय गुरु, जय गुरु माँ ।
बोलो जय माँ जय माँ । माँ माँ माँ ॥
माँ माँ माँ माँ । माँ माँ माँ माँ ।
बोलो माँ माँ माँ माँ । माँ माँ माँ ।
भजो माँ माँ माँ माँ । माँ माँ माँ ।
डाको माँ माँ माँ माँ । माँ माँ माँ ।
आनन्दमयी माँ | आनन्दमयी माँ ||

ब्रह्ममयी माँ । प्रेममयी माँ ॥
आनन्दमयी माँ | आनन्दमयी माँ ||

सर्वस्वरुपे सर्वेशे सर्वशक्तिसमन्विते ।
भयेभ्यस्त्राहि नो देवि दुर्गे देवि नमोऽस्तु ते ॥ ५ ॥ (सप्तश्लोकी दुर्गा)

ॐ भवताप प्रणाशिन्यै आनन्दघन मूर्तये ।
ज्ञान भक्ति प्रदायिन्यै मातस्तुभ्यं नमो नमः ॥

बोलो श्री श्री आनन्दमयी माँ की जय ।

गुरुवार, मार्च 14, 2013

भजन : जाने अनजाने रे तू ही मन भाया




Watch and hear this bhajan on 'MadhuKeGeet' channel on youtube -
http://www.youtube.com/watch?v=Se0OkGrBsxQ


जाने अनजाने रे, तू ही मन भाया. (२)

ले चल अपनी नगरिया, मोहे दे के बांहों का सहारा . (२)
जाने अनजाने रे, तू ही मन भाया,
तू ही मन भाया ..

अब तो रंग गयी गिरिधर, तेरे ही रंग में,
सांवरा सलोना मेरो, बस गयो मेरे मन में,
जानूँ  ना प्रीत की रीत सांवरिया ,
ले चल अपनी नगरिया, मोहे दे के बांहों का सहारा . 
जाने अनजाने रे, तू ही मन भाया. (२)
तू ही मन भाया ..

जग  के बंधन गिरिधर, कैसे मैं तोड़ चलूं
तू ही अब राह दिखा दे, जिस पे मैं दौड़ चलूँ ,
राह ना सूझे, सांवरिया,
ले चल अपनी नगरिया, मोहे दे के बांहों का सहारा . 
जाने अनजाने रे, तू ही मन भाया.
तू ही मन भाया .. (३)








भजन : पिया सों मिलन कैसे होय री



Watch and hear this bhajan on 'MadhuKeGeet' channel on Youtube
http://www.youtube.com/watch?v=9ZWfafLd7YM

हरे कृष्ण हरे कृष्ण
राधे कृष्ण कृष्ण कृष्ण

मैं जानूँ नहीँ
पिया सों मिलन कैसे होय री

कृष्ण कृष्ण कृष्ण

हर आहट पे सोच लेती
आये होंगे सांवरियां
धड़ धड़ धड़के लागे जियरा
लूंगी उनकी खबरिया
आये नाहिं संवरिया
मैं जानूँ नहीँ
पिया सों मिलन कैसे होय री

हरे कृष्ण राधे कृष्ण राधे कृष्ण

कृष्ण कृष्ण कृष्ण

मन ही मन में बातें होती
मैं जो कहना चाहूं
सामने आते तोय सांवरिया
मैं ठगी रह जाऊं
मूरत बन रह जाऊँ
मैं जानूँ नहीँ
पिया सों मिलन कैसे होय री

कृष्ण कृष्ण कृष्ण

कई जन्मों से बिछड़ बिछड़ कर
अब तो रहा न जाए
हाथ पकड़ ले मधु सांवरिया
अब तो चला न जाए
अपने अंग लगा ले
जानूँ नाहीं
पिया सों मिलन कैसे होय री

मंगलवार, मार्च 05, 2013

भजन : तू ढूंढता है

Thanks to Geeta Jiji for link to this wonderful bhajan from yesteryears:

Song : Tu dhoondhta hai jisko.. fast and slow version 
Movie : Yatrik ,1952, 
Singer: Dhananjay Bhattacharya, 
Lyricist : Pt. Madhur, 
Music Director : Pankaj Mullick



 
तू ढूँढता है जिसको, बस्ती में या कि बन में
वो साँवरा सलोना रहता है, रहता है तेरे मन में ...

मस्जिद में, मंदिरों में, पर्वत के कन्दरों में (२)
नदियों के पानियों में, गहरे समंदरों में,
लहरा रहा है वो ही (२), खुद अपने बाँकपन में
वो साँवरा सलोना रहता है, रहता है तेरे मन में 
तू ढूँढता है ...

हर ज़र्रे में रमा है, हर फूल में बसा है (२)
हर चीज़ में उसी का जलवा झलक रहा है
हरकत वो कर रहा है (२), हर इक के तन बदन में
वो साँवरा सलोना रहता है, रहता है तेरे मन में
तू ढूँढता है ...

क्या खोया क्या था पाया, क्यूँ भाया क्यूँ न भाया 
क्यूँ सोचे जा रहा है, क्या पाया क्या न पाया 
सब छोड़ दे उसी पर (२), बस्ती में रहे कि बन में  
वो साँवरा सलोना रहता है, रहता है तेरे मन में
तू ढूँढता है ... 

भजन: राम नाम घनश्याम नाम

Thanks to Geeta Jiji for link to this wonderful bhajan from yesteryears:

Song: Raam naam Ghanshyam naam..
Film : Yatrik (1952),
Singer: Biren Bal,
Lyricist: B N Sharma ,
Musi Director : Pankaj Mullick,


राम नाम, घनश्याम नाम,
शिव नाम सिमर दिन रात .
हरि नाम सिमर दिन रात ..

राम नाम घनश्याम नाम
शिव नाम सिमर दिन रात
हरि नाम सिमर दिन रात,
जनम सफल तू कर ले अपना,
जनम सफल तू कर ले अपना
मान  ले मेरी बात,
हरि नाम सिमर दिन रात

राम नाम घनश्याम नाम
शिव नाम सिमर दिन रात
हरि नाम सिमर दिन रात

धन्य धन्य वो भूमि प्रभु ने
लिया जहाँ अवतार
धन्य  है वो स्थान जहाँ प्रभु-
प्रेम  का हो परचार (प्रचार)
धन्य  है तीरथ जिनकी यात्रा
मुक्ति की है बात
हरि नाम सिमर दिन रात

राम नाम घनश्याम नाम
शिव नाम सिमर दिन रात
हरि नाम सिमर दिन रात

काम क्रोध मोह लोभ छोड़ कर
नाम प्रभु का गा ले
मानुष तन जो पाया उसका
सच्चा लाभ उठा ले
जीवन ये अनमोल तिहारा
पल पल बीतत जात
हरि नाम सिमर
राम नाम सिमर
शिव नाम सिमर दिन रात
हरि नाम सिमर दिन रात

राम नाम घनश्याम नाम
शिव नाम सिमर दिन रात
हरि नाम सिमर दिन रात

Not in the video clip

पांच पाण्डवों ने जिस पथ पे
किया महा प्रस्थान
उस पथ पे चले जो भी प्राणी
उसका हो कल्याण
भूल जा तू जग की सब बातें
भूल न पर ये बात

हरि नाम सिमर
राम नाम सिमर
शिव नाम सिमर दिन रात
हरि नाम सिमर दिन रात

राम नाम घनश्याम नाम
शिव नाम सिमर दिन रात
हरि नाम सिमर दिन रात


rAm nAm, ghanashyAm nAm,
shiv nAm simar din rAt .
hari nAm simar din rAt ..

rAm nAm ghanashyAm nAm
shiv nAm simar din rAt
hari nAm simar din rAt,
janam saphal tU kar le apnA,
janam saphal tU kar le apnA
mAn  le merI bAt,
hari nAm simar din rAt

rAm nAm ghanashyAm nAm
shiv nAm simar din rAt
hari nAm simar din rAt

dhany dhany vo bhUmi prabhu ne
liyA jahA.N avtAr
dhany  hai vo sthAn jahA.N prabhu-
prem  kA ho parchAr (prachAr)
dhany  hai tIrath jinkI yAtrA
mukti kI hai bAt
hari nAm simar din rAt

rAm nAm ghanashyAm nAm
shiv nAm simar din rAt
hari nAm simar din rAt

kAm krodh moh lobh Cho.D kar
nAm prabhu kA gA le
mAnuSh tan jo pAyA uskA
sachchA lAbh uThA le
jIvan ye anmol tihArA
pal pal bItat jAt
hari nAm simar
rAm nAm simar
shiv nAm simar din rAt
hari nAm simar din rAt

rAm nAm ghanashyAm nAm
shiv nAm simar din rAt
hari nAm simar din rAt

Not in the video clip

pAMch pANDavoM ne jis path pe
kiyA mahA prasthAn
us path pe chale jo bhI prANI
uskA ho kalyAN
bhUl jA tU jag kI sab bAteM
bhUl na par ye bAt

hari nAm simar
rAm nAm simar
shiv nAm simar din rAt
hari nAm simar din rAt

rAm nAm ghanashyAm nAm
shiv nAm simar din rAt
hari nAm simar din rAt