श्री राम परिवार में गाये जाने वाले सावन के गीत, झूला एवं कजरी यहाँ प्रस्तुत हैं, सौ. कृष्णा कुमारी जी, डॉ. उमा श्रीवास्तव, सौ. अमिता श्रीवास्तव और सौ. गीता श्रीवास्तव की आवाज़ में ...
- झूला धीरे से झुलाओ सुकुमारी सिया हैं
jhula dheere se jhulao (Amita) - राधे झूलन पधारो
radhe jhulan padharo (Uma) - आई बागों में बहार झूला झूले राधा प्यारी
aai bagon me bahar (Amita) - झूला तो पड़ गए अमवा की डार पे जी
jhula to pad gaye (Amita) -
झूला पे झूले रानी राधिका जी
jhula pe jhule (Geeta) - श्रीकृष्ण द्वारका में जाय बसों री, उत ही से बादल आये
Utahi se badal aaye (Uma) - नन्हीं नन्हीं बुंदियाँ रे
nanhi nanhi bundiyaan re (Geeta) - सावन का मेरा झूलना
savan ka mera jhulana (Krishna Kumari Ji) - बाग़ में पपीहा बोले, मैं जानूँ कोई आयो री
main jaanuun koi aayo ri (Krishna Kumari Ji) - कजरी - कैसे खेलन जैहों सावन मां कजरिया
kaise khelan jaihon (Amita) - कजरी - अरे रामा, कृष्ण बने मनिहारिन
are raama krishna bane maniharin (Amita)
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