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गुरुवार, अप्रैल 23, 2015

भजन : प्रभु तुम अन्तर्यामी

Prabhu Tum Antaryami- Sulakshana Pandit (Bhakti Geet)
Music by Khayyam

प्रभु तुम अन्तर्यामी
दया करो, दया करो, हे स्वामी

अंग अंग में रंग सांवरा
गहरा होता जाये
मैं तो बस बिन मोल बिकानी
मन में तुम्ही समाये
लोग करें बदनामी
दया करो, दया करो, हे स्वामी

मन्द मन्द मुसकान मनोहर
मुख पर लट घुंघराली
अचरज क्या जो भई बावरी
देख के छवि मतवाली
बेल प्रीत की जामी
दया करो, दया करो, हे स्वामी

मैं गुणहीन, रिझाऊं कैसे
तुम को हे नटनागर
एक यही विशवास ह्रदय में
तुम हो दया के सागर
तीन लोक के स्वामी
दया करो, दया करो, हे स्वामी


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