यह ब्लॉग खोजें

गुरुवार, अक्टूबर 04, 2012

भजन : मेरो मन राम ही राम रटे रे

मेरो मन राम ही राम रटे रे

राम नाम जप लीजे प्राणी
कोटिक पाप कटे रे

जनम जनम के खत जो पुराने
नाम ही लेत फटे रे

Listen to the bhajan - MP3 by Anil and Induja Shrivastava

म्हारो मन राम-ईराम-रटे।
राम नाम जप लीजे प्राणी, कोटो पाप कटे।
जनम जनम रा खत जे पुरामआ, नाम ई लेत फटे।
कनक कटोरे इमरत भरियो, पीतां कूण नटे।
मीरा रा प्रभु हरि अविनासी, तन मन थारे पटे।

कोई टिप्पणी नहीं: