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गुरुवार, अक्टूबर 04, 2012

भजन : पायो जी मैंने राम रतन धन पायो

पायो जी मैंने, राम रतन धन पायो ..

वस्तु अमोलिक, दी मेरे सतगुरु, किरपा करि अपनायो .

जनम जनम की पूंजी पाई, जग में सभी खोवायो .

खरचै न खूटै, जाको चोर न लूटै, दिन दिन बढ़त सवायो .

सत की नाव, खेवटिया सतगुरु, भवसागर तर आयो .

मीरा के प्रभु गिरिधर नागर, हरष हरष जस गायो .


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Payo ji maine Ram Ratan Dhan Payo
MP3 Audio by Sau.  Amita Shrivastava