पायो जी मैंने, राम रतन धन पायो ..
वस्तु अमोलिक, दी मेरे सतगुरु, किरपा करि अपनायो .
जनम जनम की पूंजी पाई, जग में सभी खोवायो .
खरचै न खूटै, जाको चोर न लूटै, दिन दिन बढ़त सवायो .
सत की नाव, खेवटिया सतगुरु, भवसागर तर आयो .
मीरा के प्रभु गिरिधर नागर, हरष हरष जस गायो .
Listen to Bhajan -
Payo ji maine Ram Ratan Dhan Payo
MP3 Audio by Sau. Amita Shrivastava
वस्तु अमोलिक, दी मेरे सतगुरु, किरपा करि अपनायो .
जनम जनम की पूंजी पाई, जग में सभी खोवायो .
खरचै न खूटै, जाको चोर न लूटै, दिन दिन बढ़त सवायो .
सत की नाव, खेवटिया सतगुरु, भवसागर तर आयो .
मीरा के प्रभु गिरिधर नागर, हरष हरष जस गायो .
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