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apane surya svayam ban jao
sung by Vishal Chandra
अपने सूर्य स्वयं बन जाओ
तुम हो दिव्य शक्ति के स्वामी
बनो अग्रणी नहीं अनुगामी,
अपने ही अनुभव के बल पर
नये सृजन आधार बनाओ ।
निर्माता हो तुम निज पथ के,
स्वयं विधाता हो तुम निज के,
है अनन्त क्षमता मानव की,
अन्तर मे विश्वास जगाओ।
चलो न मिटते पद चिन्हों पर
रुको न विघ्नों बाधाओं पर,
नित्य नयी आलोक रश्मि से
अपनी प्रतिभा स्वयं जगाओ ।
जहाँ ब्रह्मज्ञानी जाते हैं
त्याग तपस्या अपनाते हैं,
जाओ अपने पौरुष से तुम
अन्तर तम का दीप जलाओ।
(reposted with new link to audio) https://archive.org/download/RamParivarBhajans/00-ApneSurya_vbr.mp3
apane surya svayam ban jao
sung by Vishal Chandra
अपने सूर्य स्वयं बन जाओ
तुम हो दिव्य शक्ति के स्वामी
बनो अग्रणी नहीं अनुगामी,
अपने ही अनुभव के बल पर
नये सृजन आधार बनाओ ।
निर्माता हो तुम निज पथ के,
स्वयं विधाता हो तुम निज के,
है अनन्त क्षमता मानव की,
अन्तर मे विश्वास जगाओ।
चलो न मिटते पद चिन्हों पर
रुको न विघ्नों बाधाओं पर,
नित्य नयी आलोक रश्मि से
अपनी प्रतिभा स्वयं जगाओ ।
जहाँ ब्रह्मज्ञानी जाते हैं
त्याग तपस्या अपनाते हैं,
जाओ अपने पौरुष से तुम
अन्तर तम का दीप जलाओ।
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