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गुरुवार, मार्च 14, 2013

भजन : जाने अनजाने रे तू ही मन भाया




Watch and hear this bhajan on 'MadhuKeGeet' channel on youtube -
http://www.youtube.com/watch?v=Se0OkGrBsxQ


जाने अनजाने रे, तू ही मन भाया. (२)

ले चल अपनी नगरिया, मोहे दे के बांहों का सहारा . (२)
जाने अनजाने रे, तू ही मन भाया,
तू ही मन भाया ..

अब तो रंग गयी गिरिधर, तेरे ही रंग में,
सांवरा सलोना मेरो, बस गयो मेरे मन में,
जानूँ  ना प्रीत की रीत सांवरिया ,
ले चल अपनी नगरिया, मोहे दे के बांहों का सहारा . 
जाने अनजाने रे, तू ही मन भाया. (२)
तू ही मन भाया ..

जग  के बंधन गिरिधर, कैसे मैं तोड़ चलूं
तू ही अब राह दिखा दे, जिस पे मैं दौड़ चलूँ ,
राह ना सूझे, सांवरिया,
ले चल अपनी नगरिया, मोहे दे के बांहों का सहारा . 
जाने अनजाने रे, तू ही मन भाया.
तू ही मन भाया .. (३)








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