व्यास पूर्णिमा के अवसर पर
श्री राम शरणम् के गुरुजन को
भजनांजलि
ओ मतवारे योगी, तुमने हमको दिव्य प्रकाश दिया।
नाम की ज्योति जगाई मन में, श्रद्धा और विश्वास दिया॥
ओ मतवारे योगी ......
अंधकार में भटक रहे थे, यहाँ वहाँ सिर पटक रहे थे।
अति दुलार कर, बाँह पकड़ कर, सत्य डगर पर डाल दिया॥
ओ मतवारे योगी .......
शरण हीन थे, अति मलीन थे, सत्कर्मो प्रति उदासीन थे।
महामंत्र दे राम नाम का, हम सबका उद्धार किया॥
ओ मतवारे योगी......
ओ मतवारे योगी, तुमने हमको दिव्य प्रकाश दिया।
नाम की ज्योति जगाई मन में, श्रद्धा और विश्वास दिया॥
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें