कृपा करो श्री राम ,
सब पर कृपा करो
सब पर कृपा करो
मैं ना जानू किस विधि रीझो
अपनी नज़र मेहर की कीजो
आनंदकंद घनश्याम
सब पर कृपा करो
आज तलक तो कोई सवाली
तेरे दर से गया न खाली
भर दो घर में धन धान्य
सब पर कृपा करो
गहरी नदिया निशा अंधेरी
ये निर्दोष शरण है तेरी
लो गिरते को तुम थाम
सब पर कृपा करो
राम राम राम
सिया राम राम राम