शनिवार, नवंबर 23, 2013

भजन : जायेगी लाज तुम्हारी

 जायेगी लाज तुम्हारी

नाथ मेरो कहा बिगड़े हो 


भूमि विहीन पाण्डव सुत बैठे

कहिये न पैख प्रबल पारथ की, भीम गदा महि डारी 

नाथ मेरो कहा बिगडे हो ...


सूर समूह भूप सब बैठे, बड़े बड़े वृतधारी

भीष्म द्रोेण कर्ण दुषाशन, जिन्होंने आपत डारी 

नाथ मेरो कहा बिगड़े हो ...


तुम तो दीनानाथ कहावत, मैं अति दीन दुखारी

जैसे जल बिन मीन जो तडपै, सोई गति भई हमारी 

नाथ मेरो कहा बिगड़े हो ...


हम पति पाँच, पांचन के तुम पति, मो पति काहे बिसारी

सूर स्याम पाछे पछितहिये, कि जब मुझे देखो उघारी 

नाथ मेरो कहा बिगड़े हो ...

भजन : राम से बड़ा राम का नाम

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राम से बड़ा राम का नाम ..

अंत में निकला ये परिणाम,
राम से बड़ा राम का नाम ..

सुमिरिये नाम रूप बिनु देखे,
कौड़ी लगे ना दाम .
नाम के बाँधे खिंचे आयेंगे,
आखिर एक दिन राम .
राम से बड़ा राम का नाम ..

जिस सागर को बिना सेतु के,
लाँघ सके ना राम .
कूद गये हनुमान उसी को,
लेकर राम का नाम .
राम से बड़ा राम का नाम ..

धुन

राम  से बड़ा राम का नाम ....

बोलो राम, बोलो राम,
बोलो राम राम राम ....

जय जय राम, जय जय राम,
जय जय राम राम राम ....

राम से बड़ा राम का नाम ..

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भजन : आंगने में बधैया बाजे

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आँगने में बधैया बाजे ..


चंद्रमुखी मृगनयनी अवध की
तोड़त ताने रागने में

बधैया बाजे,
आंगने में बधैया बाजे ..

प्रेमभरी प्रमदागन नाचे
नूपुर बाँधे पायने में
बधैया बाजे,
आंगने में बधैया बाजे ..

न्योछावर  श्री राम लला की,
राम लला की, श्री भरत लला की,
भरत लला की, श्री  लखन लला की,
लखन लला की, शत्रुघन लला की,
नहिं  कोउ लाजत माँगने में
बधैया बाजे,
आंगने में बधैया बाजे ..

सियाअली यह कौतुक देखत
बीती  रजनी जागने में,
बधैया बाजे,
आंगने में बधैया बाजे ..

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